एंड्रॉयड फोन एक बार फिर से खतरे में है। करीब 60,000 ऐसे एंड्रॉयड एप्स की पहचान हुई है जिनमें मैलवेयर है। इसकी जानकारी Bitdefender ने अपनी एक रिपोर्ट में दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन एप्स में मैलवेयर पिछले 6 महीने से मौजूद है लेकिन इसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। इन मैलवेयर को पैसे ऐंठने के हिसाब से डिजाइन किया गया है।

एंड्रॉयड फोन एक बार फिर से खतरे में है। करीब 60,000 ऐसे एंड्रॉयड एप्स की पहचान हुई है जिनमें मैलवेयर है। इसकी जानकारी Bitdefender ने अपनी एक रिपोर्ट में दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन एप्स में मैलवेयर पिछले 6 महीने से मौजूद है लेकिन इसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। इन मैलवेयर को पैसे ऐंठने के हिसाब से डिजाइन किया गया है।

बिटडिफेंडर की रिपोर्ट के मुताबिक एंड्रॉयड फोन में मौजूद ये मैलवेयर यूजर्स को किसी अन्य वेबसाइट पर री-डायरेक्ट कर रहे थे और उनसे बैंक अकाउंट से संबंधित जानकारी मांगते थे। इन एप्स में बैंकिंग ट्रोजन था। रिपोर्ट में कहा गया है कि 60,000 से अधिक एप्स में एडवेयर मौजूद है और यह खेल कम-से-कम अक्तूबर 2022 से अनवरत चल रहा है। इस एडवेयर से अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस के यूजर्स को टारगेट किया गया है।

एप में मौजूद मैलवेयर यूजर्स से थर्ड पार्टी एप्स इंस्टॉल करवा रहा था। इनमें से कुछ एप्स के नाम सामने आए हैं जिनमें game cracks, games with unlocked features, free VPNs, fake tutorials, YouTube/TikTok without ads, cracked utility programs, PDF viewers और even fake security programs जैसे एप्स के नाम शामिल हैं।

Google ने इनमें से कई सारे एप्स को प्ले-स्टोर से हटा दिया है लेकिन कुछ एप्स अभी भी मौजूद हैं। एक बार फोन में इंस्टॉल होने के बाद ये एप्स यूजर्स को “application is unavailable” का मैसेज देते थे जिससे लोगों को लगता था कि एप फोन में इंस्टॉल ही नहीं हुआ है।

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