देवाल व आसपास के गांव में बढ़ती गर्मी से दिन प्रतिदिन पानी की समस्या बाएं खड़ी है
हेम चन्द्र मिश्रा
देवाल l देवाल विकास खंड मुख्यालय के लिए बन रही महत्वाकांक्षी पेयजल योजना वजट के अभाव में पिछले दो साल से आधी अधूरी लटकी पड़ी है। वहीं देवाल व आसपास के गांव में बढ़ती गर्मी से दिन प्रतिदिन पानी की समस्या बाएं खड़ी है। यदि समय पर हनीगाड-देवाल-पूर्णा पेयजल योजना बन जाए तो 12 हजार की आबादी के हलक तर हो जाएगे।वर्ष 2021 में जल जीवन मिशन के तहत ढाई करोड़ रूपये से 15 किमी पूर्णा गांव तक यह योजना बननी थी। इस योजना से देवाल बाजार, इच्छोली,पूणा, लौसरी, व अन्य गांव फीड होना था। 31 मार्च 2023 तक यह योजना बन जानी चाहिए थी। लेकिन वजट के अभाव में यह योजना ठेकेदार गजेन्द्र रावत ने सेल खोला गांव तक मात्र पाइप लाइन बिछाने के बाद छोड़ दिया गया है। पिछले लम्बे समय से योजना पर काम ठप है। भुगतान नहीं होने से काम रोका हुआ है। कार्यदाई संस्था जल निगम के द्वारा बनाई जा रही पेयजल योजना पूरी नहीं होने से देवाल क्षेत्र में पानी का संकट गहराया जा रहा है। वर्तमान में देवाल बाजार में 40 साल पूरानी गमलीगाड व बेराधार पेयजल से सप्लाई हो रही है। इन दोनों पेयजल योजना के जल श्रोत पर जल स्तर घटते जा रहा है। जो इतनी बढ़ी आबादी तक सम्मुचित पानी उपलब्ध नहीं होने से लोग पानी की किल्लत झेल रहे हैं। सेलखोला गांव के सरपंच नवीन पंत, गुड्डी देवी, जगदीश चन्द्र, मोहित,हेम चन्द्र मिश्रा ने कहा कि पूरानी पेयजल लाइन पर मात्र आधा इंच पानी आ रहा है। 40 परिवारों के घरों में सम्मुचित पानी नहीं आ रहा है। हनीगाड पेयजल योजना को पूरानी लाइन से जोड़ने की मांग की है। जल निगम के जूनियर अभियंता हेमंत कुमार ने कहा कि ठेकेदार भुगतान के चक्कर में काम बद कर रखा है। सेल खोला गांव तक पेयजल लाइन बन गई है इस पेयजल को फिरहाल गमलीगाड योजना से जोड दिया जाता तो पानी की समस्या हल हो जाती। इसको जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जल निगम के अधिशासी अभियंता अरूण प्रताप सिंह का कहना है योजना की डेडलाइन समाप्त हो गई है। वजट के अभाव में पिछले लम्बे समय से हनीगाड पेयजल योजना पर काम नहीं चल रहा है । ढ़ाई करोड़ में से अभी मात्र ठेकेदार को 80 लाख का भुगतान हुआ है। धनराशि आने पर फिर काम शुरू किया जाएगा।