दुनिया भर के कृषि व्यापार में अहम हिस्सेदारी निभाने वाले भारत में खाद्य उत्पादों की क़ीमतों में 11 प्रतिशत से भी ज़्यादा की बढ़ोतरी हुई है.

ये सब हुआ है, मौसम के बिगड़े हुए मिजाज़ के कारण. भारत में ये पिछले सौ सालों का सबसे सूखा अगस्त साबित हुआ.

जैसे ही टमाटर के दाम नीचे आने लगे, जून के बाद से घरेलू बाज़ार में प्याज़ के दाम 25 प्रतिशत तक बढ़ गए.

इसी तरह, इस साल की शुरुआत के मुक़ाबले दालें भी क़रीब 20 फ़ीसदी महंगी हो गई हैं.

भारत में अकेले जुलाई में ही सामान्य शाकाहारी भोजन की क़ीमत एक तिहाई तक बढ़ गई. कुछ अर्थशास्त्रियों ने इसे ‘करी प्रॉब्लम’ का नाम दिया है.

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